Garlic can lower blood pressure: हाँ! सच में Lahsun की कुछ कलियाँ आपके ब्लड प्रेशर को सामान्य स्तर पर ला सकतीं है,अगर नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में सही तरह से लहसुन(Lahsun) का सेवन किया जाये।
Garlic can lower blood pressure, इसके बारे में सही जानकारी पाने के लिए कृपया इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़िये।
आगे जानने से पहले संक्षेप में बताते चले कि ब्लडप्रेशर(Blood Pressure) किसे कहते हैं, और ब्लडप्रेशर(BP) हाई क्यों होता है?
इंसान के शरीर में ब्लड(Blood), धमनियों में बहता है, वह धमनियों की वाल्स को प्रेशर के साथ आगे की ओर धकेलता है, इस क्रिया में लगे हुए प्रेशर को ही ब्लड प्रेशर कहा जाता हैं, इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं।
ब्लडप्रेशर (Blood Pressure) दो प्रकार के होते हैं-
सिस्टोलिक ब्लडप्रेशर(Systolic blood pressure)– जब हार्ट पम्प करता है तब वह ब्लड को धमनियों में प्रेशर के साथ भेजता है, जिसे सिस्टोलिक बीपी (Systolic blood pressure) कहते हैं।
डायस्टोलिक ब्लडप्रेशर (Diastolic blood pressure)- जब हार्ट रिलैक्स होता है तब ब्लड वापस आने में जो प्रेशर उत्पन्न करता है, वो डायस्टोलिक ब्लडप्रेशर (Diastolic blood pressure) होता है।
हेल्थी मनुष्य का ब्लडप्रेशर लेवल 120/80 mmHg होता है।
- ब्लडप्रेशर हाई अनेक कारणों से होता है, जैसे-
- वो लोग जो खाने में ज्यादा नमक खाते है,
- अधिक तनाव लेते हैं,
- मोटापा से ग्रसित होते हैं,
- या जिन्हें गम्भीर बिमारियाँ होती है, आदि
इन लोगों में ज्यादा सम्भावना रहती है बीपी हाई( High Blood Presure) होने की पारिवारिक आनुवांशिकी से भी कुछ लोगों में बीपी की समस्या आ जाती है।
इसे भी पढ़े –
- Garlic Benefits For Men Sexually | यौन रूप से पुरुषों के लिए लहसुन(Lehsun) खाने के फायदे –
- वजन कम करने के लिए 10 बेहतर स्वास्थ्यवर्धक फल | 10 best healthiest fruits for weight loss
लहसुन(Lahsun) में क्या-क्या गुण होते हैं?
लहसुन में प्रोटीन, एंजाइम्स,विटामिन ए,बी,सी, सैपोनिन, फ्लैवोनाॅयड, ऐजोइन, सल्फ्यूरिक एसिड जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, लहसुन में एलिसिन नामक कम्पाउन्ड पाया जाता है जिसकी वजह से लहसुन स्वाद में तीखा व गंधयुक्त होता है, एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल,एंटी इंफ्लामेटरी गुण भी लहसुन में पाये जातें हैं,जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त रखतें हैं।
लहसुन (Lahsun) ब्लडप्रेशर में किस प्रकार असरदार है?
Lahsun में एलिसिन सहित कई तरह की एंटी एन्फलामेंटरी प्रापर्टीज होती है, जो शरीर में व्याप्त एमीनोएसिड व ब्लड में उपस्थित शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
एलिसिन ही ब्लड में उपस्थित कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है, लहसुन के एंटीआक्सीडेंट व एंटीइंफ्लामेंटरी जैसे खनिज तत्व रक्त वाहिनियों की रक्षा करके उन्हें आराम देने का कार्य करते हैं, जिससे ब्लड का सर्कुलेशन शरीर में आसानी से होता रहता है और धमनियों पर दबाव भी कम पड़ता है।
लहसुन में एंटीहाइपरटेंसिन गुण भी मौजूद होते है, जो रक्तचाप(BP) पर सकारात्मक प्रभाव डालते है जिससे ब्लडप्रेशर की समस्या में काफी हद तक सुधार आ जाता है और ब्लडप्रेशर धीरे-धीरे कंट्रोल होना शुरू हो जाता है।
लहसुन से सिस्टोलिक( ह्दय धड़कन में अनुभव किये गए दबाव की उच्च मात्रा) व डायस्टोलिक( रक्तचाप की निचली संख्या) दोनों प्रकार के ब्लडप्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं
ब्लडप्रेशर नियंत्रित करने के लिए (Garlic can lower blood pressure) लहसुन का सेवन किस प्रकार करें –
लहसुन से ब्लडप्रेशर को कम(Garlic can lower blood pressure) समय में नियंत्रित करने के लिए कुछ खास तरह के तरीकों को अपनाये –
- सुबह खाली पेट 2-3 लहसुन की कली को चबा कर खाये और हल्का गुनगुना पानी पी लें।
- अगर लहसुन शरीर में गर्मी उत्पन्न कर रहा हो तो उसे रात में पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट खाये।
- लहसुन को ऐसे सादा खाने में दिक्कत हो रही हो तो उसके छोटे छोटे टुकड़े करके थोड़ा सा दही मिला कर भी खा सकते हैं।
- सलाद के साथ क्रश करके भी खा सकते हैं जिससे कड़वापन नहीं महसूस होगा।
एक और दिलचस्प तरीका है कि लहसुन की चाय बनाकर पी सकते हैं- जैसे ( गार्लिक टी )
गार्लिक टी ऐसे बनाये-
- चूल्हा पर एक कप पानी चढा़ये
- उसमें 2-3 लहसुन जवा कूटकर डाल दें और छोटा सा दालचीनी का टुकड़ा डालें
- अब इसे तब तक उबाले जब तक ये आधा न हो जाये।
- अब तैयार है गार्लिक टी – यह टी ब्लडप्रेशर में रामबाण औषधि की तरह कार्य करती है।
निष्कर्ष- Garlic can lower blood pressure , इसी प्रश्न के बारे में आपने उपर्युक्त लेख में जाना , आशा करता हूँ कि आपको इस प्रश्न से संबंधित जानकारी भी इस लेख में मिली होगी आपके अनुसार अगर कोई जानकारी हमसे छूट गयी हो तो कृपया हमें कमेंट में अवश्य बताये।
FAQ –
1 कैसे पता करें कि मुझे ब्लडप्रेशर की समस्या है?
उत्तर- ब्लडप्रेशर के लक्षण हर किसी में नहीं दिखाई देतें है, लेकिन अगर आपको अधिक गुस्सा आये, ज्यादा पसीना आता हो, ज्यादा मोटापा है तो आप समय समय पर ब्लडप्रेशर की जांच अवश्य करवाते रहें।
2- क्या हाई बीपी शरीर के दूसरे अंग को इफेक्ट करता है?
उत्तर- हां! हाई बीपी में अगर समयानुसार इलाज न करवाया गया तो दूसरे अंगो को इफेक्ट होने की सम्भावना रहती है।
3- हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने के लिए क्या करें?
उत्तर – समयानुसार दवाइयाँ, हेल्थी डाइट, और नियमित योगा करने से ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
4- बीपी के लिए कितना लहसुन खाना चाहिये?
उत्तर- ब्लडप्रेशर के लिए सलाद में लहसुन की 2-3 कलियां शामिल करें।
5 – बीपी के लिए लहसुन खाने का अच्छा तरीका बताओ?
उत्तर- बीपी के लिए लहसुन खाने का अच्छा तरीका ये है कि उसे आग में अधपका भूंज(fry) कर खायें ।
6- क्या लहसुन खाने से ब्लडप्रेशर बढ़ता है ❓
उत्तर- नहीं! लहसुन खाने से ब्लडप्रेशर बढ़ता नहीं है बल्कि घटता है, लहसुन में पाये जाने वाले एंटीआक्सीडेंट गुण रक्त वाहिकाओं में दबाव नहीं पड़ने देते हैं, जिससे बीपी सामान्य रहता है।
7 – बीपी कितना होना चाहिए?
उत्तर- हेल्थी मनुष्य का बीपी 120/80mmHg होना चाहिए।
8 – 50 साल की उम्र में बीपी कितना होना चाहिए?
उत्तर- 50 साल की उम्र में बीपी 128/85 mmHg के आसपास होना चाहिए।
9 – बीपी कंट्रोल करने के लिए लहसुन कैसे खायें?
उत्तर- ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने के लिए लहसुन को बारीक छोटा- छोटा टुकड़ा करके उसे खाने और सलाद के साथ खायें।
Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से दिया गया है, किसी भी तरह से यह ब्लडप्रेशर जैसी गम्भीर समस्या का यह सम्पूर्ण इलाज का विकल्प नहीं हो सकता है, कृपया अत्यधिक जानकारी व इलाज के लिए अपने डाॅक्टर से परामर्श ले।