आंखें (Eyes) कुदरत का एक अनमोल तोहफा है लेकिन आजकल अगर हम अपने आस-पास के लोगों पर नजर डालें तो ज्यादातर लोगों की आंखों 9आंखें) में कोई न कोई समस्या नजर आ ही जाएगी। चाहे वह आंखों (Eyes) में जलन की समस्या हो, आंखों (Eyes) में तनाव और सूजन हो, आंखों (Eyes) का लाल होना, धुंधला दिखाई देना या आंखों (Eyes) की पुतली पर सफेद परत जमना हो।
अब ये समस्या आम हो गई है. कुछ साल पहले तक इनमें से कुछ समस्याएं 37 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होती थीं, जैसे निकट और दूर की वस्तुओं का धुंधला दिखाई देना और 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की आंखों की पुतली के ऊपर सफेद झिल्ली होना। लेकिन आजकल आंखों से जुड़ी ये समस्याएं आम हो गई हैं। इनके मुख्यतः दो कारण हैं
हमारे आहार(पोषण) में कमी
हमारा पर्यावरण (वायु प्रदूषण) जो लगातार प्रदूषित होता जा रहा है, खासकर ठंड के मौसम में।
हम अपने खान-पान को व्यवस्थित करके और पर्यावरण (वायु प्रदूषण) से खुद को बचाकर आंखों (Eyes) की समस्याओं से काफी हद तक बचाव कर सकते हैं।
आहार (पोषण) में कमी से आप की आंखें (Eyes) कमजोर हो सकती हैं
आंखों (Eyes) की रोशनी को कम होने से बचाने के लिए हमें रोजाना अपने आहार में विटामिन ए और विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करना चाहिए।
बीटा कैरोटीन रंग-बिरंगे फलों और सब्जियों में पाया जाता है। बीटा कैरोटीन को प्रो विटामिन ए कहा जाता है। बीटा कैरोटीन विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है, जिसका वैज्ञानिक नाम रेटिनोल है। गाजर में बीटा कैरोटीन पाया जाता है. गाजर विटामिन ए का अच्छा स्रोत है। विटामिन ए आंखों (Eyes) की रोशनी के लिए बहुत फायदेमंद है और यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत और स्वस्थ रखता है। अगर आपकी नजर कमजोर है तो रोजाना कम से कम एक गाजर जरूर खाएं।
शिमला मिर्च Capsicum (हरा, पीला और लाल तीनों रंग) और ब्रोकली(broccoli) में विटामिन सी होता है जो हमारे इम्यून सिस्टम और आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो हमारी आंखों को पराबैंगनी किरणों (UV rays) से क्षतिग्रस्त होने से बचाता है और जैसे- यह उम्र बढ़ने के साथ-साथ आंखों की समस्याओं (जैसे ग्लूकोमा और मोतियाबिंद) से भी बचाता है।
ब्रोकोली(broccoli) और पत्तागोभी(brussels sprouts) में विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) होता है जो आंखों की रेटिना में पिगमेंट को बढ़ाने में मदद करता है। विटामिन बी2 की कमी से आंखें संवेदनशील हो जाती हैं और आंखें सूज जाती हैं और धीरे-धीरे आंखों में लाली आ जाती है।
पालक(spinach) को सुपर फूड माना जाता है, इसमें बीटा कैरोटीन, विटामिन सी और ल्यूटिन भरपूर मात्रा में होता है. ल्यूटिन पराबैंगनी और नीली रोशनी को अवशोषित करके आंखों को नुकसान से बचाता है।
अपनी आंखों में नमी बनाए रखने के लिए अधिक पानी पिएं
पर्यावरण (वायु प्रदूषण)
घर से बाहर निकलते समय चश्मा पहनें जिससे हमारी आँख धूल से बची रहे ।
यदि आप उपरोक्त सुझावों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें। कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे कि आपकी आंखों की रोशनी बेहतर होने लगी है।